ट्रक चालक से ठगी के अभियुक्त गिरफ्तार
राज की बातें / जयन्त पोरवाल :
झालरापाटन। जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन ने बताया कि 3 दिन पूर्व रात्रि को ग्रो सेंटर चौराहा झालरापाटन में सोयत नाका, थाना पीड़ावा निवासी ट्रक चालक उमाशंकर शर्मा के साथ फाइनेंस कर्मचारी बन कर लूट की वारदात का झालरापाटन पुलिस ने पर्दाफाश कर वारदात में शामिल 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त अल्टो कार को जप्त करने में सफलता प्राप्त की है। पीड़ित ट्रक चालक उमाशंकर शर्मा पुत्र बालकिशन शर्मा जाति ब्राह्मण ने सूचना दी कि वह पिछले 4 साल से राधेश्याम बरेडा निवासी जीरापुर का ट्रक नंबर आरजे 17 जिए 6214 चलाता रहा है। वह 7 दिसंबर को सुबह 8:00 बजे करीब ग्रोथ सेंटर चौराहे के पास पहुंचा था तो ट्रक के पीछे से एक अल्टो कार आई व उसके ट्रक को हाथ का इशारा देकर रुकवाया। कार में से तीन व्यक्ति नीचे उतरे जिनमें मोहम्मद तसलीम, गुड्डू, वसीम निवासी झालरापाटन के थे। जिन्होंने उमाशंकर से फाइनेंस कर्मचारी होने का हवाला देकर ट्रक की चार किस्तें बकाया होना बताकर गाड़ी को पास में ही स्थित बाड़े में खड़ी करने को कहा जिस पर उमाशंकर ने अपने ट्रक को रेलवे क्रॉसिंग पर खड़ा कर दिया। फिर मोहम्मद तसलीम ने उमाशंकर से ₹12000 की मांग की तो उमाशंकर ने अपने सेठ राधेश्याम को संपूर्ण घटनाक्रम बताया तो उमाशंकर के सेठ ने उसके मोबाइल नंबर पर ₹12000 फोन पे कर दिए। उसके बाद उमा शंकर ने ₹12000 मोहम्मद तसलीम के कहने पर अन्य नंबर पर फोन पे से ट्रांसफर कर दिया जो कि वसीम अकरम के नंबर थे। उसके बाद तीनों शख्स ने उमाशंकर को कोटा की तरफ फाइनेंस वाले खड़े होने का हवाला देकर कोटा जाने के लिए मना कर वापस जीरापुर जाने के लिए कहा। उमाशंकर ने वापस अपने सेठ से बात की और सेठ के कहने पर ग्रोथ सेंटर से ट्रक लेकर जीरापुर के लिए रवाना हुआ और जैसे ही प्रार्थी रिछवा पार करके एस्सार पेट्रोल पंप के पास पहुंचा तो बिना नंबर मोटरसाइकिल आई तथा उसको पुनः रोककर मोटरसाइकिल पर सवार शख्सों ने फाइनेंस कर्मचारी होने का हवाला देकर ट्रक रुकवा लिया। मोटरसाइकिल पर सवार दोनों लोग ट्रक के अंदर आ गए जिसमें से एक आदमी ने अपना नाम सद्दाम बताकर उमाशंकर के साथ मारपीट की तथा सद्दाम ने ₹35000 निकाल लिए और उमाशंकर से अपने सेठ को फोन कॉल लगाकर ₹25000 और डलवाने का कहकर कुल ₹65000 की बकाया किस्त जमा करवाने का हवाला दिया तो उमाशंकर ने अपने सेठ से बातचीत कर संपूर्ण घटनाक्रम बताया और प्रार्थी अपने सेठ के कहे अनुसार ट्रक लेकर बकानी पहुंचा और उक्त दोनों लोग भी उसके साथ ट्रक में बैठ गए। फिर उमाशंकर रवाना होकर बकानी पहुंचा तो भारत पेट्रोल पंप पर एक आदमी मिला जिसका नाम समीर होना बताया उसके बाद इन लोगों ने प्रार्थी से कहा कि अगर तेरा सेठ पैसे नहीं डाल रहा तो हम गाड़ी ले जाएंगे और ट्रक की वायरिंग काट कर ट्रक को डायरेक्ट कर दिया और फिर समीर ने मामा अनवर कुरैशी को पेमेंट करने की शर्त पर गाड़ी छोड़ना बताया जिस पर उमाशंकर ने अपने सेठ से फोन पर बात कर हालात बताएं तो उमा शंकर का सेठ राधेश्याम अनवर कुरेशी नामक व्यक्ति के घर गया। राधेश्याम ने अलवर कुरैशी के मोबाइल पर 5000 व 15000 कुल ₹20000 डाले। उसके बाद उक्त व्यक्ति वहां से चले गए और उमाशंकर। गाड़ी लेकर आ गया और अनवर कुरेशी नामक व्यक्ति ने उमाशंकर के सेट को किस्त जमा होने पर किस्त का मैसेज आना बताया लेकिन किसी प्रकार का मैसेज नहीं आने पर उमाशंकर के सेठ ने वापस अनवर कुरेशी से संपर्क किया तो अनवर कुरैशी ने बताया कि यह लोग फर्जी हैं इसमें मैं क्या कर सकता हूं इस प्रकार इन सभी लोगों ने प्रार्थी व उसके सेठ के साथ अपने आपको फाइनेंस कर्म कंपनी के आदमी बताकर मारपीट करके फर्जी तरीके से लूटपाट की। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश यादव के निर्देशन व आईपीएस अमित कुमार बुडानिया सहायक पुलिस अधीक्षक झालावाड़ के निकटतम सुपर विजन में जितेंद्र सिंह शेखावत थानाधिकारी थाना झालरापाटन के नेतृत्व में आरोपियों की तलाश हेतु विशेष टीमों का गठन किया गया। विशेष टीम के सदस्यों द्वारा आरोपियों की तलाश के सार्थक प्रयास प्रारंभ किए गए। टीम के सदस्यों द्वारा घटनास्थल का रूट के सीसीटीवी फुटेज देखे गए। मुखबिर मामूर किए गए। तकनीकी सहायता व आसूचना संकलन से मिले इनपुट के आधार पर आरोपियों के छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर आरोपियों की रिश्तेदारी में तलाश में लगातार पीछा कर। समीर, शोएब खान उर्फ गोलू , जुल्फकार उर्फ गुड्डू, तौसीफ अली, मोहम्मद तसलीम और साहिद खान को तीन धार चौराहा व बगदर गांव से गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त अल्टो कार को जप्त की और आरोपी गणों से गिरोह में शामिल अन्य लोगों के बारे में पूछताछ जारी है। कार्रवाई करने वाली टीम में थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत, उ.नि. राजेंद्र सिंह, हेड कानि. गौतमचन्द, प्रीतम सिंह, भरतलाल, नरेंद्र कुमार, जयप्रकाश, उकाराराम शामिल रहे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें