विहिप व सर्व हिंदू समाज के कार्यकर्ताओं ने दिया राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
राज की बातें/जयन्त पोरवाल:
झालरापाटन। बन्द के दौरान और जिले में लगी धारा 144 का पालन करते हुए विश्व हिंदू परिषद् के कार्यकर्ताओं ने भारत के राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार झालरापाटन को ज्ञापन दिया जिसमे बताया की कन्हैया लाल को हत्या होने से 7 दिन पूर्व से नुपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए जान से मारने की धमकियां मिल रही थी लेकिन पुलिस द्वारा कोई सुरक्षा प्रदान नही की गई इसकी विश्व हिंदू परिषद् के सदस्य निंदा करते है। साथ ही योजनाबद्ध तरीके से भगवान राम की शोभायात्रा पर पथराव और कन्हैयालाल की हत्या के बाद वीडियो जारी कर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देकर भारत की संप्रभुता को खुली चुनौती दी इसकी भी विश्व हिंदू परिषद के सदस्य घोर भर्त्सना करते है। साथ ही मांग की कि राजस्थान सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए, कन्हैयालाल के हत्यारों को मृत्युदंड देने और कन्हैयालाल के परिवार को मुआवजा देने सहित मांगपत्र सौंपा। ज्ञापन देने में ओमप्रकाश सुमन प्रखंड संयोजक बजरंग दल, मनीष चांदवाड़, अजय कुशवाह, अंशु गुप्ता, शंभू, आकाश शर्मा, सिंह साहब, विजय राठौर, पूनम पटौद, दौलतमल राठौर, हेमंत जैन आदि उपस्थित रहे।
हत्याकांड के विरोध में झालरापाटन रहा बन्द
गत दिनों उदयपुर में असामाजिक तत्वों द्वारा हुए नृशंस हत्याकांड के विरोध में पूरे देश में रोष व्याप्त हैं। जगह जगह हिंदू संगठनों, विहिप व व्यापारिक संगठनों के आव्हान पर लोगो ने अपनी दुकान बंद रखकर विरोध दर्ज किया। वही व्यापार संघ और विहिप और बजरंग दल के आव्हान पर संपूर्ण झालरापाटन बंद रहा। बंद के दौरान पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। कही कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए। सुबह से ही लोगो ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर सहयोग किया। किसी भी संगठन को बंद करने के लिए जद्दोजहद नही करनी पड़ी। लोग स्वेच्छा से समर्थन में आए। सभी हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है की दोषियों के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए और फांसी की सजा सुनाई जाए। शहर के है चैराहे पर पुलिस का पहरा रहा। धारा 144 लगे होने से पुलिस ने कहीं भी भीड़ इकट्ठी नही होने दी।
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