अबीर गुलाल और ढोल बाजे के साथ निकली भव्य परिक्रमा
राज की बातें / जयन्त पोरवाल :
झालरापाटन। द्वारकाधीश पुष्टि भक्ति सत्संग समिति के तत्वाधान में रविवार को भगवान द्वारकाधीश की 58 वीं विशाल परिक्रमा का आयोजन हुआ। सुबह 6 बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ द्वारकाधीश प्रांगण में जुटने लगी। मंगला दर्शन के बाद सुबह 7:00 बजे से रिमझिम बारिश और अबीर गुलाल के साथ परिक्रमा प्रारंभ हुई। श्रद्धालु ढोल की थाप पर थिरकते नजर आए। बारिश भी नही रोक पाई श्रद्धालुओं के बढ़ते कदम। 11 किमी लंबी परिक्रमा में रथ , बाजे, ढोल और गुलाल के साथ द्वारकाधीश भगवान की जयकार करते हुए मुख्य मार्गो पिपली बाजार, लाल बाग, दादा बाड़ी, सूरजपोल, सेठों का चौराहा, बड़ा मंदिर, इमली गेट से विज्ञान पार्क, कपासिया कुवा, रलायती, विवेकानंद चौराहा से होती हुई पुनः द्वारकाधीश तक भक्तो ने लगाई परिक्रमा।
योग समिति सहित जगह जगह हुए स्वागत
द्वारिकाधीश प्रांगण में योग समिति के सदस्यों द्वारा सभी पधारे हुए श्रद्धालुओं का चाय पिलाकर स्वागत किया गया। योग समिति सदस्यो ने बताया कि उन्होंने 1000 से अधिक श्रद्धालुओं को चाय पिलाई। नगर में जगह जगह कई समाजसेवियों और संस्थाओं ने अबीर गुलाल, फल, अल्पाहार और पुष्प वर्षा से परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत किया। इमली गेट पर समाजसेवियों ने पोहे खिलाकर श्रद्धालुओं की क्षुधा शांत की।
10 हजार भोजन के पैकेट का वितरण
परिक्रमा में झालावाड़ जिले के अलावा हाड़ोती एवं मध्यप्रदेश के सोयत, सुसनेर, आगर व 100 किमी तक बसे कस्बों से भी श्रद्धालु आए। पुष्टि भक्ति सत्संग समिति ने बाहर से आए हुए श्रद्धालुओं के लिए कूपन सिस्टम से भोजन व्यवस्था की। इसके तहत 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने परिक्रमा पूर्ण करने के पश्चात भोजन प्रसादी का आनंद लिया। सेवादार एक रात पहले से ही भोजन पैकेट बनाने के कार्य में लग गए थे।
पुलिस प्रशासन चाक चौबंद
परिक्रमा में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। परिक्रमा मार्ग में आने वाले प्रत्येक चौराहे पर जवान मुस्तैद रहे ताकि परिक्रमा में हो सकने वाली किसी भी तरह की अनैतिक घटना पर तुरंत काबू पाया जा सके। परिक्रमा मार्ग पर प्रातः 7 बजे से 11 बजे तक चौपहिया वाहनों का आवागमन भी बंद रखा गया ताकि किसी तरह की दुर्घटना न हो।
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