डॉक्टर एवं सी.ए. दिवस पर किया सम्मान
राज की बातें / जयन्त पोरवाल :
झालरापाटन। शनिवार को जांगड़ा पोरवाल समाज के तत्वाधान में श्री रणछोड़ राय मंदिर पर रात्रि 8:00 बजे नेशनल डाक्टर एवं सीए दिवस के तहत समाज बंधुओं का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। समाज के अध्यक्ष जगदीश कुमार गुप्ता ने कहा कि चिकित्सक धरती पर भगवान का दूसरा रूप है उनके समर्पण भाव को और कर्म को धन्यवाद देने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। चिकित्सक नर को नारायण मानकर जनता की सेवा करते हैं दिन हो या रात, सर्दी हो या गर्मी 24 घंटे मरीज की जान बचाना ही उनका प्रथम कर्तव्य है। सीए भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव होते हैं। महिला मंडल अध्यक्ष सविता गुप्ता ने कहा कि 1 जुलाई 1991 को पहला नेशनल डॉक्टर डे मनाया गया था उस दिन भारत के जाने-माने फिगिशन विधान चंद्र राय की पुण्यतिथि भी है। आज के दिन चिकित्सकों और सीए को सम्मान देने में गर्व का अनुभव होता है। सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए झालावाड़ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर संजय पोरवाल ने कहा कि समाज में चिकित्सक को भरपूर सम्मान मिलता है। मरीज भी आशा और विश्वास के साथ अपने चिकित्सक की तरफ देखता है चिकित्सक भी अपना कर्तव्य निभाने में पीछे नहीं रहे। मरीज की निस्वार्थ सेवा करना ही चिकित्सक का परम धर्म है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वर्षा पोरवाल ने कहा कि महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना आवश्यक है क्योंकि उन पर सारे परिवार की जिम्मेदारी होती है फास्ट फूड, जंक फूड से बचाने की जिमेदारी महिलाओं की है।
प्रशस्ति पत्र भेंट कर किया सम्मान
जांगड़ा पोरवाल समाज झालरापाटन के तत्वाधान में झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल अधीक्षक डॉक्टर संजय पोरवाल, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वर्षा पोरवाल, सीए सौरभ गुप्ता एवं सौरभ पोरवाल को प्रशस्ति पत्र भेट कर माल्यार्पण कर समाज बंधुओं द्वारा सम्मान किया गया। समारोह में राजकुमार गुप्ता एसएनएलसी, शेलेन्द्र गुप्ता शैलू, जगदीश पोरवाल, सतीश पोरवाल, दीपक पोरवाल, गोरधन पोरवाल, बालकृष्ण सेठिया, प्रियंका सेठिया, राधेश्याम, कमल गुप्ता, मानव, माधव, गायत्री बाई, कल्पना पोरवाल, टीना पोरवाल, नीलम बंटी पोरवाल, नीलम पंकज गुप्ता, हेमा, गायत्री, इंदु, पूजा, नेहा सहित दर्जनों समाज के पुरुष और महिलाएं मौजूद थी। संचालन शैलेंद्र गुप्ता बंटी पोरवाल ने किया और सभी का आभार महिला मंडल अध्यक्ष सविता जगदीश गुप्ता ने माना।
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