गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरा, गुरुर साक्षात परम ब्रह्म तस्मेय श्री गुरुवे नमः

राज की बातें / जयन्त पोरवाल : 


झालरापाटन। ज्ञान का प्रदाता अंधकार से उजाले की राह दिखाने वाला गुरु होता है जो बालक को ज्ञान का प्रकाश दिखाकर दुनिया में कुछ करने लायक, कुछ बनने लायक बनाता है और जो अपने आप को स्वयं खपाकर बच्चों का एवम देश का भविष्य निर्माण करता है वह अध्यापक होता है। अध्यापक स्वयं जलकर बच्चों का भविष्य संवारने का कार्य करता है। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर संस्कार विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विद्यालय निदेशक अवनींद्र व्यास ने बच्चों को यह बातें बताइ। प्रधानाचार्य सूरज प्रकाश शर्मा ने बच्चों को प्रथम गुरु के रूप में मां का आशीर्वाद प्राप्त करने और क्षिक्षण के समय अपने शिक्षकों की बात मानने और उन्हें सम्मान देने का आग्रह किया। 

अध्यापक राजेंद्र गुर्जर ने गुरु को भगवान से भी पहले बताते हुए कहा गुरु गोविंद दोउ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने जो गोविंद दियो बताए। सामाजिक विभाग अध्यक्ष बृजमोहन रेगर ने डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में बच्चों को जानकारी दी। मदनलाल डांगी, हरीश शर्मा ने बताया कि भगवान राम और कृष्ण के जीवन में भी गुरु सांदीपनि, गुरु विश्वामित्र, गुरू वशिष्ठ आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। प्रियंका सोनी, दिव्या नागर, एकता राजपूत, कुसुम जाट आदि ने भी विचार व्यक्त किये। छात्रों में हर्षित डांगी, सावन प्रजापति, फरहीन हूमेंरा आदि ने टीचर्स डे पर अपने विचार व्यक्त किये।




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