सूर्य मंदिर झालरापाटन में होगा विशाल सूर्य नमस्कार प्रदर्शन
राज की बातें/जयन्त पोरवाल:
झालरापाटन। आयुष मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली द्वारा राजस्थान के चार सुप्रसिद्ध सूर्य मंदिर झालरापाटन, सूर्य मंदिर गलता जयपुर, सूर्य मंदिर बाड़मेर एवं सूर्य मंदिर सादड़ी जिला पाली में विशाल सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन होंगा। प्रभारी अरविंद पांडेय ने बताया कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय आयुर्वेद मिशन राजस्थान एवं भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति द्वारा किया जाएगा। झालरापाटन के सूर्य मंदिर में यह आयोजन 13 जनवरी 2024 को प्रातः 7:30 बजे से किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों सहित बालक बालिकाएं और सामान्य जन सूर्य नमस्कार अभ्यास करेंगे। यह आयोजन पूर्णतया निशुल्क रखा गया है। समिति के कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप शर्मा ने सूर्य नमस्कार के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए बताया की सूर्य नमस्कार अपने आप में एक संपूर्ण व्यायाम के रूप में जाना जाता है। सूर्य जिस प्रकार सृष्टि को जीवन, ऊर्जा और गतिशीलता प्रदान करता है उसी प्रकार सूर्य नमस्कार के 12 चरणों के अभ्यास की सामर्थ्य अनुसार नियमित आवृत्तियां बीज मंत्र सहित करने से हमारा शरीर सुडोल लचीला स्वस्थ और निरोग बनता है। झालरापाटन सूर्य मंदिर के बारे में जानकारी देते हुए ओमप्रकाश मेहर मुख्य जिला संयोजक भारत स्वाभिमान झालावाड़ ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण दसवीं शताब्दी में मालवा के परमार वंशी राजाओं ने कराया था मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान विष्णु की प्रतिमा विराजमान है मंदिर का शिखर सुप्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर के शिखर के ही समान है। मंदिर के उर्ध्व मुखी कलात्मक अष्ट कमल अत्यंत सुंदर, जीवंत और आकर्षक है। शिल्प सौंदर्य की दृष्टि से मंदिर की बाहरी और भौतरी मूर्तियां वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मंदिर का निर्माण नागभट्ट द्वितीय ने विक्रम संवत 872 तदनुसार सन 815 ईस्वी में करवाया था। जिला प्रभारी योगेंद्र राठौर और युवा प्रभारी रामस्वरूप जीतू पाटीदार ने सभी का धन्यवाद करते हुए सभी से इस विशिष्ट कार्यक्रम में उपस्थित रहते हुए इसे सफल बनाने का अनुरोध किया है।
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